तुमने मुझमें जगाया बिरादराना भाव
अज्ञात लोगों के प्रति
तुमने जोड़ दी है मेरे साथ
तमाम ज़िन्दा लोगों की ताक़त।
तुमने फिर से दिया है मुझे मेरा देश
जैसे एक नये जन्म में।
तुमने दी है मुझे वह आज़ादी जो
कोई अकेला पा नहीं सकता।
तुमने सिखाया मुझे सहेजना भलाई को,
आग की तरह।
तुमने दी है मुझे वह ऋजुता
कि तना रहूं पेड़ की मानिन्द।
तुमने सिखाया मुझे देखना इंसानों के
बीच एकता और अंतरों को।
तुमने दिखाया मुझे कि किस तरह एक शख़्स
की तकलीफ़ मिट जाती है सबकी जीत में।
तुमने सिखाया मुझे अपने भाइयों जैसे
सख़्त बिस्तरों पर सोना।
तुमने मुझसे रचाया चट्टान जैसे मज़बूत
यथार्थ की ज़मीन पर।
तुमने मुझे बनाया दुष्टों का दुश्मन और
दुख से विक्षिप्त लोगों की दीवार।
तुमने मुझे देखना सिखाया दुनिया की सच्चाई
और सुख की सम्भावना को।
तुमने मुझे बना दिया अविनाशी
और मेरा अन्त नहीं होगा तुम्हारे साथ रहते हुए।
अज्ञात लोगों के प्रति
तुमने जोड़ दी है मेरे साथ
तमाम ज़िन्दा लोगों की ताक़त।
तुमने फिर से दिया है मुझे मेरा देश
जैसे एक नये जन्म में।
तुमने दी है मुझे वह आज़ादी जो
कोई अकेला पा नहीं सकता।
तुमने सिखाया मुझे सहेजना भलाई को,
आग की तरह।
तुमने दी है मुझे वह ऋजुता
कि तना रहूं पेड़ की मानिन्द।
तुमने सिखाया मुझे देखना इंसानों के
बीच एकता और अंतरों को।
तुमने दिखाया मुझे कि किस तरह एक शख़्स
की तकलीफ़ मिट जाती है सबकी जीत में।
तुमने सिखाया मुझे अपने भाइयों जैसे
सख़्त बिस्तरों पर सोना।
तुमने मुझसे रचाया चट्टान जैसे मज़बूत
यथार्थ की ज़मीन पर।
तुमने मुझे बनाया दुष्टों का दुश्मन और
दुख से विक्षिप्त लोगों की दीवार।
तुमने मुझे देखना सिखाया दुनिया की सच्चाई
और सुख की सम्भावना को।
तुमने मुझे बना दिया अविनाशी
और मेरा अन्त नहीं होगा तुम्हारे साथ रहते हुए।
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